kahaniyon ko leke hi to ladte hai hum

कहानियों को लेके ही लड़ते हम  कहानियां धर्म के नाम पर  जाति के नाम पर  देश के नाम पर  भगवान के नाम पर     कहानियों को लेके ही बनते हैं  स्वर्ग और नर्क  कहानियां इसलिए बनाते हैं  ताकि हम लड़ सकें  लड़ा सके बस एक ही शौक है हमें  लड़ने का और लड़ाने का   … Continue reading kahaniyon ko leke hi to ladte hai hum

Mein nikla satya ke sandhan mein

मैं निकला सत्य के संधान में | दिन दहाड़े , डायोजिनिज के लालटेन ले के राजधानी के राजपथ पर, सत्ता के गलियों में, कलाकारों के रंग मंच में, मंदिर , मस्जिद और गिरिजाघरों में | ढ़ूँढ़ता रहा वो सच्च जो कबका खो गया है, या सुलाया गया है, राजनेताओं के सफाई , आरोप और प्रत्यारोप … Continue reading Mein nikla satya ke sandhan mein